Pradhan Mantri Kaushal Vikas Yojana 2023 Skill Development | प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना क्या है | PMKVY
Pradhan Mantri Kaushal Vikas Yojana Skill Development प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना: भारत विश्व में सर्वाधिक युवा शक्ति तथा कार्यशील जनसंख्या वाला देश है देश की 60% से अधिक जनसंख्या कार्यशील आयु 15 से 59 वर्ष में है तथा लगभग आधी जनसंख्या 25 वर्ष से कम आयु की है
ये आकड़े भारत को जनसंख्या लाभांश की स्थिति में दर्शाते हैं किन्तु इस जनसंख्या का लाभ तभी मिलेगा जब या स्वस्थ शिक्षित कुशल होगी राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के अनुसार 2022 देश के 24 प्रमुख क्षेत्रों में लगभग एक करोड़ कुशल श्रम शक्ति की आवश्यकता होगी
ऐसे में यदि इस मानव पूंजी का सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो यह भारत को एक नई बुलंदी पर ले जाएगी परंतु यदि यह जनसमर्थन उद्योग की स्थिति में होगा तो यह व्यवस्था बाहर उत्पन्न करेगा.
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का मतलब क्या है?
जनसंख्या लाभांश प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल में 1500 करोड़ रुपए की लागत वाली प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 20 मार्च 2015 को मंजूरी प्रदान की तथा
इसे 15 जुलाई 2015 को प्रारंभ किया इसके तहत 1 वर्ष में 19.85 लाख युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया था तथा 1 वर्ष तक योजना के कुशल कार्यान्वयन के पश्चात कैबिनेट मंत्रालय द्वारा 4 वर्षो (2016 से 20) के लिए इस योजना (PMKVY 2.0) को बढ़ाया गया तथा इसके लिए ₹12000 करोड़ आवंटित करने की घोषणा की गई।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का लक्ष्य
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 2.0 के तहत वर्ष 2020 तक कुल 1 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित किए जाने का लक्ष्य निर्धारित था, जनवरी 2021 तक की स्थिति के अनुसार PMKVY 2.0 के अंतर्गत देशभर में 1.07 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में क्या क्या लाभ है?
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने की प्रमुख योजना है।
- यह योजना राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (National Skill Development Corporation) के माध्यम से नवगठित कौशल विकास तथा उद्धमिता मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित की जा रही है।
- प्रशिक्षण देते समय शर्म बाजार में नव प्रवेश की और 10वीं तथा 12वीं की पढ़ाई बीच में छोड़ने वाले छात्रों को प्रशिक्षित करने पर विशेष ध्यान दिया गया है
- योजना में प्रत्येक प्रशिक्षु को औसतन ₹8000 के आर्थिक सहयोग का भी प्रावधान है
- कौशल विकास का लक्ष्य निर्धारण मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, राष्ट्रीय सौर ऊर्जा मिशन, स्वच्छ भारत अभियान आदि प्रमुख कार्यक्रम की मांगों के अनुरूप किया गया है
- 15 जनवरी 2021 को भारत सरकार की कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (MSDE) द्वारा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0 पोस्ट 2020 का शुभारंभ किया गया
- इस योजना को इस योजना को 300 से अधिक पाठ्यक्रमों के साथ देशभर के लगभग 600 केंद्रों पर शुरू किया गया.
PMKVY 3.0 (2020-21)
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 20 30 तक सतत विकास लक्ष्य के माध्यम से गरीबी और भुखमरी को समाप्त करने लिंग समानता सुनिश्चित तथा सभी को सम्मानित जीवन अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है ज्ञातव्य है कि विश्व की लगभग 17.5% आबादी भारत में निवास करती है अतः सतत विकास लक्ष्य भारत के लिए अधिक अहमियत रखते हैं यदि भारत की कार्यशील जनसंख्या केतु कौशल तथा ज्ञान में वृद्धि कर दी जाए तो अनेक सतत विकास लक्ष्य जैसे गरीबी और भूख की समाप्ति खाद्य सुरक्षा बेहतर पोषण स्वास्थ्य के स्तर में वृद्धि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा लैंगिक समानता स्वच्छता तथा समावेशी एवं सतत विकास को प्राप्त किया जा सकता है इसके साथ ही यदि भारत में कौशल के स्तर में बिजी होती है तो इसका प्रभाव व्यष्टि एवं समष्टि दोनों स्तर पर पड़ेगा इससे एक ओर जहां सीमांत व्यक्ति की स्थिति में सुधार होगा दूसरी ओर देश की जीडीपी में भी वृद्धि होगी
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