Last Updated on 05/09/2021 by Manoj Verma
How to take good photos: अगर आप एक अच्छी सेल्फी लेना चाहते हैं या एक अच्छी फोटो लेना चाहते हैं, तो आपको यह सोचना होगा कि इस समय कैमरा कहां होगा।
सेल्फी के लिए, आपकी आंखें उपलब्ध होनी चाहिए, आपकी बाहें स्पष्ट रूप से दिखाई देनी चाहिए और आपका सिर कैमरे की ओर होना चाहिए। ऐसी तस्वीर लेने के लिए जो न केवल अजीब या शौकिया हो, आपको अभ्यास करना होगा।
दोस्तों हर कोई अच्छा फोटो खीचना चाहते है, जैसे कोई प्रोफेशनल फोटोग्राफर खीचतें है, यदि यादों को कैद करना आपकी संकल्प सूची में सबसे ऊपर है, तो यहां एक पेशेवर की तरह अच्छी तस्वीरें लेने का संक्षिप्त विवरण दिया गया है।
फोटो की गुणवत्ता काफी प्रसिद्ध व्यक्तिपरक है। हालाँकि, कुछ सरल कदम हैं जो आपको Professional दिखने वाली तस्वीरें लेने में मदद करेंगे। यहां helpful tips दी गई हैं जो आपकी मदद करेंगी।
डिजिटल कैमरे और मोबाइल फोन ने आज के समय में फोटोग्राफी को सबसे लिए सुलभ कर दिया है। पहले पेशेवर फोटो खीचना फोटोग्राफरों का फील्ड हुआ करता था, आज मोबाइल फोन के कैमरे से तस्वीरें लेने वाला हर इंसान फोटोग्राफर है
आजकल फोटोग्राफी नए लाइफस्टाइल का एक मनोरंजक और जरूरी अंग बनता जा रहा है। तस्वीरें तो हर कोई खींचते है और सभी यह चाहते हैं कि उनकी तस्वीरें सुंदर आकर्षक हों, औरों से अलग हों।
जिससे सोशल मीडिया पर आपकी तस्वीरें को अधिक ‘लाइक’ मिलें। आप कोई भी कैमरा इस्तेमाल करते है, यहां तक कि मोबाइल फोन का कैमरा भी, ये टिप्स आजमाकर देखिए।
इससे आप अपनी फोटोग्राफी को एक नए लेवल पर पाएंगे!
1.लाइटिंग, यानि रोशनी का पूरा खयाल रखें
‘फोटोग्राफी के लिए, जिसने लाइटिंग को समझ लिया उसने तो आधी फोटोग्राफी मानो सीख ली’। जरा सा ध्यान दीजिए, फोटोग्राफी रोशनी यानी लाइट के रिफ्लेक्शन का खेल ही तो है और क्या है।
फोटोग्राफी शब्द का यही तो अर्थ है ‘रोशनी (फोटो) के साथ चित्रकारी’। सब्जेक्ट पर सही रोशनी पड़ने से फोटो के पूरे डीटेल साफ-साफ दिखते है। सामान्य सिद्धांत यही है कि आपका सब्जेक्ट पर पूरी तरह से रोशनी होनी चाहिए।
फोटो के बैकग्राउंड, फोरग्राउंड या मुख्य सब्जेक्ट के अलावा दूसरी चीजों पर हमेशा कम ही लाइट पड़नी चाहिए।
जो भी लाइट सोर्स यानि रोशनी का स्रोत मौजूद हो, जैसे कि दिन के समय सूरज की किरणें और रात को बल्ब की रोशनी यहाँ आप कोशिश करें कि वह रोशनी आपके सब्जेक्ट पर सही तरीके से पड़े।
इसके लिए आप अपना पोजिशन और सब्जेक्ट का पोजिशन या लाइट के डाइरेक्शन को एडजस्ट कर सकते हैं। सामान्य परिस्थितियों में यह ध्यान रखिए कि लाइट आपके सब्जेक्ट पर सामने से ही पड़े, न कि लाइट सोर्स आपके सब्जेक्ट के पीछे हो।
लेकिन इस नियम को तोड़कर भी लाइट के साथ खेलते हुए आर्टिस्टिक (कलात्मक) तस्वीरें खींच सकते हैं। जैसे कि डूबते लाल सूरज को सब्जेक्ट के पीछे रखकर ली गई तस्वीर
2. अपने सब्जेक्ट के निकट जाकर फोटो लें
फोटोग्राफी में लाइटिंग के बाद दूसरी जरुरी बात है कि सब्जेक्ट के यथासंभव आप निकट जाकर फोटो लेने की कोशिश करे।
सब्जेक्ट के निकट जाकर ली हुई फोटो में आपका सब्जेक्ट अच्छी तरह उभर कर सामने आता है और देखने वालों के दिमाग पर ऐसी फोटो एक अलग ही प्रभाव डालती है।
सब्जेक्ट के निकट जाने से फ्रेम में सब्जेक्ट सामने रहता है और सब्जेक्ट को फोटो में अधिक जगह मिलती है। ज़ूम लेंस की मदद से भी आप ऐसा कर सकते है,
लेकिन अच्छा होगा यदि आप कैमरे को ही सब्जेक्ट के करीब लेकर जाएं। यानी कि लेंस ज़ूम करने के बजाए, अपने पैरों से चलकर ही ज़ूम करें’। इसलिए अच्छी तस्वीर खींचने के लिए अपने सब्जेक्ट के निकट ही जाएं।
3. आई-लेवल पर फोटो खीचें
आई-लेवल पर फोटो लेने का अर्थ होता है फोटो लेते वक्त कैमरे को सब्जेक्ट के लगभग बराबर ऊंचाई पर रखना। जैसे कि, मान लीजिए आप जमीन पर घुटने के बल चल रहे हो और किसी बच्चे की तस्वीर लेने वाले हैं,
तो आपको खुद भी जमीन पर बैठ कर ही बच्चे की हाइट तक झुकना होगा। इससे आपके सब्जेक्ट पर फोकस किया हुआ आपका कैमरा जमीन के क्षैतिज पर रहता है।
इस तरह से खींची गई तस्वीर काफी आकर्षक होती है। साथ ही सब्जेक्ट के पीछे लंबा बैकग्राउंड भी आता है जो फोटो में सुंदर इफेक्ट को डालता है।
4. बैकग्राउंड का ध्यान रखें
बैकग्राउंड आपके मुख्य सब्जेक्ट के पीछे का हिस्सा होता है। फोटो को बनाने एवं बिगाड़ने में फोटो के बैकग्राउंड का सबसे बड़ा हाथ होता है। बैकग्राउंड की चर्चा हमने जान-बूझकर ही तीसरे नंबर पर किया है।
सुंदर और आकर्षक फोटो के लिए यह बात बड़ी मायने रखती है कि आपके सब्जेक्ट का बैकग्राउंड क्या होना चाहिए और उसे कैसे दिखाया गया है। जब आप अपने सब्जेक्ट के नजदीक जाकर और आई-लेवल पर फोटो को लेते हैं,
तो आपको बड़ी आसानी से सब्जेक्ट के पीछे को shallow Depth of Filed के साथ सुंदर प्लेन बैकग्राउंड मिल जाता है। अब यदि आप इस एंगल से सब्जेक्ट पर कैमरा फोकस करें कि उसके पीछे कोई सुंदर रंगीन चीज, हरी झाड़ी या नीला आसमान जैसा कुछ आ जाए तो फोटो को चार चांद लग जाएंगे।
5. कंपोजिशन पर ध्यान देंवे
फोटोग्राफी में कंपोजिशन का मतलब होता है फ्रेम के अंदर फोटोग्राफर की रुचि और विजन के अनुसार चीजों का सही जगह पर व्यवस्थित होना।
फ्रेम के अंदर दृश्य के सभी तत्व इस तरह से अरेंजमेंट ऐसे होना चाहिए कि देखने वालों को काफी रोचक लगें और निगाहें फोटो पर टिक जाय।
कोई भी तस्वीर यदि देखने वालों की निगाहों को अपनी तरफ बांध कर नहीं रख सकती है तो वह एक कमजोर तस्वीर मानी जाती है।
जिस समय आप कोई सीन या सब्जेक्ट को शूट करते हैं उसी वक्त आपको फ्रेम कंपोज कर लेना होता है। यानि, आपको निर्धारित करना है कि सीन में क्या-क्या होना चाहिए और कहां पर रखना है।
फोटोग्राफर के लिए हमेशा अपनी पसंद के अनुसार चीजों को व्यवस्थित करना मुशकिल होता है।
जैसे यदि आप स्टूडियो में शूट कर रहे हैं तो आपका सब्जेक्ट आपके नियंत्रण में होना चाहिए, आप उन्हें मनचाहे तरीके से अरैंज करके परफेक्ट फ्रेम बना सकते हैं, लेकिन वाइल्डलाइफ, लैंडस्केप या स्ट्रीट फोटोग्राफी में तो ऐसा कर पाना संभव ही नहीं होता है।
इन परिस्थितियों में तो आपको अपना पोजिशन बदलकर फ्रेम को कंपोज करना पड़ता है। इसलिए आपको रोचक और मनचाहे फ्रेम के लिए अपनी जगह और कैमरे का एंगल बदलकर फ्रेम को कंपोज करना चाहिए। फ्रेम कंपोज करने के लिए रुल ऑफ थर्ड्स को ध्यान में रखे तो यह बेहद उपयोगी होगा।
6. विभिन्न पर्सपेक्टिव को अपनाइए
फोटोग्राफी में किसी सब्जेक्ट को अलग-अलग एंगल से देखना ही पर्सपेक्टिव कहलाता है। एक ही सब्जेक्ट के अलग-अलग एंगल से लिए हुए फोटो अलग-अलग प्रभाव वाले होते हैं।
इस तरह से पर्सपेक्टिव बदल कर आप एक साधारण सब्जेक्ट के भी बेहतरीन एवं आकर्षक तस्वीरें ले सकते हैं, और इस तरह से एक ही सब्जेक्ट को कई अलग-अलग अंदाज में भी दिखाया जा सकता है।
यह आपको ही तय करना है कि किस कोण से ली गई तस्वीर आपकी फोटो को उसी सब्जेक्ट की अन्य तस्वीरों से एक अलग और एक नया रूप देती है।
7. कैमरा सही तरीके से पकड़े और हिलने ना दें
फोटो लेते वक्त आपका कैमरा बिल्कुल स्थिर रहना चाहिए। इसलिए कैमरे को सही तरीके से पकड़ कर रखें। कैमरा हिलने से तस्वीर के शार्पनेस काफी असर पड़ता है।
शार्प फोटो के लिए आपके हाथ के साथ-साथ आपके शरीर का भी बैलेंस स्थिर होना चाहिए। दोनों पैरों पर शरीर को सरल सहज मुद्रा में संतुलित रखे। संभव हो तो दीवार, पेड़, गाड़ी जैसी चीजों से टिकाकर शरीर को एक्स्ट्रा सपोर्ट दे। मतलब है कि फोटो लेते वक्त कैमरे को जैसे भी हो हिलने से बचाए।
8. आंखों पर फोकस रखें
यदि आप आदमी, जीव-जंतुओं या अपने पेट का फोटो ले रहे है तो उनकी आँखो पर फोकस करने की कोशिश कीजिए।
इंसान या जीव-जंतु की आंखें ही किसी फोटो का सबसे आकर्षक बिंदु होता है। पोर्ट्रेट फोटोग्राफी में इसका खास ख्याल रखा जाता है।
9. सब्जेक्ट से कनेक्ट हो जाए
सब्जेक्ट से कनेक्ट होने का अर्थ है उसके करीब जाना और उसे कैमरे की ओर सहजता से देखने के लिए रोके रखना। कैमरे या फोटोग्राफर की ओर रहने वाले सब्जेक्ट से व्यूअर खुद ब खुद जुड़ जाता है।
ऐसी तस्वीरों में सब्जेक्ट का इमोशन झलकता है और आपके सब्जेक्ट से व्यूअर का जुड़ाव ही आपकी तस्वीर में जान डाल देता है। इसलिए, जहां तक संभव हो अपने सब्जेक्ट से कनेक्ट हो जाइए।
उनके साथ बात कीजिए और शटर दबाने से पहले अपनी तथा अपने कैमरे की उपस्थिति को लेकर उन्हें सहज रखे रहे।
10. स्टोरी कैप्चर कीजिए
फोटो में स्टोरी होने का मतलब है कि फोटो में कुछ ऐसे तत्व हों जिनसे व्यूअर के मन में ‘क्या’, ‘कहां’ ‘कौन’ जैसे कुछ सवाल उठने चाहिए या ऐसे सवालों के उत्तर नजर आए।
फ्रेम में कुछ ऐसा रोचक घटना घटित होता हुआ दिखना चाहिए कि देखने वाले के मन में तस्वीर के पीछे की कहानी जानने की उत्सुकता जग जाए।
व्यूअर के मन में तस्वीर देखकर कोई उनके स्वयं की कल्पना आकार ले, उनके मन में कोई भाव पैदा हो, जिससे ऐसे तस्वीरों को कुछ कहने वाली तस्वीर, यानी ‘स्टोरी-टेलिंग’ फोटो कहा जा सके।
11. दो-तीन शॉट्स लीजिए
फोटो क्लिक करना क्षण में घटित हो जाने वाली बात होती है। अकसर कुछ न कुछ चूक हो ही जाती है, कुछ न कुछ छूट सा जाता है। जैसे, क्लिक करके वक्त कैमरा का हिल जाना, कैमरे का फोकस
या आपके शरीर का संतुलन बिगड़ जाना, सब्जेक्ट का पोजिशन भी बदल सकता है या अचानक फ्रेम में कोई अनचाहा सा ऑब्जेक्ट भी आ सकता है। इसलिए, लगातार दो-तीन शॉट्स लेना हमेशा सेफ रहता है।
12. फोटो को सुबह या शाम के समय खीचें
फोटो को खीचने का समय अगर निर्धारित न हो ताे कोशिश करे कि फोटो सुबह के समय या शाम सुर्यास्त से पहले ले इससे फोटो काफी नेचुरल सा लगता है।
आशा करते है कि यह पोस्ट आपको अच्छा लगा होगा, पोस्ट को पढ़ने से अगर आपके खीचे गए तस्वीर आकर्षक हुए तो इस पोस्ट का लिखना सार्थक कहा जाएगा, धन्यवाद